
Pine Labs IPO : निवेशकों के लिए सुनहरा मौका या लंबी दौड़ का घोड़ा? जानिए पूरी जानकारी (Meta: Pine Labs IPO subscription शुरू हो चुका है। जानिए GMP, फाइनेंशियल रिपोर्ट, एनालिस्ट की राय और निवेश रणनीति के बारे में पूरी जानकारी।)
Pine Labs IPO : भारत की प्रमुख फिनटेक कंपनी Pine Labs ने शुक्रवार को अपना बहुप्रतीक्षित IPO खोला है। करीब ₹3,900 करोड़ के इस इश्यू की सदस्यता 8 नवंबर से शुरू होकर 11 नवंबर 2025 तक खुली रहेगी। कंपनी का लक्ष्य इस ऑफर के जरिए अपना कर्ज घटाना और तकनीकी ढांचा मजबूत करना है।
इस इश्यू में दो हिस्से हैं –
- फ्रेश इश्यू : ₹2,080 करोड़
- ऑफर फॉर सेल (OFS) : ₹1,820 करोड़
Pine Labs ने अपने शेयरों की कीमत ₹210 से ₹221 प्रति शेयर के बीच तय की है (Pine Labs IPO)। ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) फिलहाल लगभग 5% चल रहा है, यानी लिस्टिंग पर मामूली बढ़त की उम्मीद है। कंपनी के शेयर BSE और NSE दोनों पर 14 नवंबर को लिस्ट होंगे।
Pine Labs क्या करती है?
Pine Labs एक अग्रणी Merchant Commerce Platform है, जो डिजिटल पेमेंट, इश्यूइंग और मर्चेंट फाइनेंसिंग सॉल्यूशंस प्रदान करती है। कंपनी भारत के साथ-साथ साउथईस्ट एशिया और मिडिल ईस्ट में भी सक्रिय है।
जून 2025 तक, Pine Labs के नेटवर्क में 9.8 लाख से अधिक व्यापारी और 177 वित्तीय संस्थान जुड़े हुए हैं।
इसकी क्लाउड-बेस्ड, API-first आर्किटेक्चर से व्यापारियों को डिजिटल भुगतान और वित्तीय सेवाओं को आसानी से जोड़ने की सुविधा मिलती है। यही कारण है कि यह भारत के फिनटेक सेक्टर में तेजी से उभरता हुआ नाम बन गया है।
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मजबूत फाइनेंशियल परफॉर्मेंस
वित्त वर्ष FY25 में Pine Labs की रेवेन्यू ₹2,274 करोड़ रही, जो पिछले साल की तुलना में 28% की वृद्धि है। कंपनी का Adjusted EBITDA ₹357 करोड़ रहा, जबकि FY24 में यह ₹158 करोड़ था यानी जबरदस्त सुधार दिखा। साथ ही, नेट लॉस ₹342 करोड़ से घटकर ₹109 करोड़ रह गया।
कंपनी ने अब 9.6% EBITDA मार्जिन और 15.7% Adjusted EBITDA मार्जिन हासिल किया है, जो उसकी ऑपरेशनल एफिशिएंसी और स्केलेबिलिटी का संकेत है।
लॉन्ग टर्म के लिए सही है Pine Labs IPO
SBI Securities ने Pine Labs IPO पर अपनी रिपोर्ट में कहा है कि यह कंपनी लंबी अवधि के निवेश के लिए उपयुक्त है।
ब्रोकरेज के अनुसार, Pine Labs का बिजनेस मॉडल मजबूत है और कंपनी का भविष्य भारत के तेजी से बढ़ते डिजिटल पेमेंट इकोसिस्टम से जुड़ा हुआ है।
SBI Securities का मानना है कि Pine Labs FY29 तक ₹276 ट्रिलियन के डिजिटल पेमेंट मार्केट में महत्वपूर्ण हिस्सेदारी हासिल कर सकती है।
इसके साझेदारों में Croma, HDFC Bank, LG Electronics, Apollo Pharmacy जैसे दिग्गज ब्रांड शामिल हैं।
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Pine Labs IPO से जुटाई गई राशि में से ₹532 करोड़ कर्ज चुकाने में उपयोग होगी। ₹790 करोड़ तकनीक को अपग्रेड करने, क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत करने और विकास योजनाओं पर खर्च किए जाएंगे।
Pine Labs IPO के ऊपरी प्राइस बैंड पर कंपनी का EV/EBITDA मल्टीपल 82.8x और EV/Sales 8x है। यानी, यह एक प्रिमियम वैल्यूएशन पर लिस्ट हो रही है, लेकिन कंपनी की ग्रोथ पोटेंशियल और टेक्नोलॉजिकल स्ट्रेंथ को देखते हुए विश्लेषक इसे दीर्घकालिक निवेश के रूप में बेहतर मान रहे हैं।
हालांकि, 5% GMP के चलते लिस्टिंग डे पर भारी मुनाफे की उम्मीद नहीं है। लेकिन कंपनी की अंतरराष्ट्रीय विस्तार योजनाएं और सस्टेनेबल बिजनेस मॉडल इसे लंबी दौड़ का खिलाड़ी बनाते हैं।
Pine Labs IPO उन निवेशकों के लिए दिलचस्प मौका है जो भारत के फिनटेक सेक्टर में लंबी अवधि के लिए दांव लगाना चाहते हैं।
कंपनी की बढ़ती रेवेन्यू, घटते घाटे और मजबूत टेक्नोलॉजी इंफ्रास्ट्रक्चर से साफ है कि Pine Labs सिर्फ एक पेमेंट कंपनी नहीं, बल्कि भविष्य की डिजिटल अर्थव्यवस्था का अहम हिस्सा बन रही है।
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