
Pajson Agro India अपने 74.45 करोड़ रुपये के आईपीओ के साथ बाजार में दस्तक देने जा रही है। यह इश्यू 12 दिसंबर से खुल रहा है और 15 दिसंबर तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला रहेगा।
Pajson Agro India का स्टॉक 18 दिसंबर को BSE SME प्लेटफॉर्म पर लिस्ट होने वाला है। दिलचस्प बात यह है कि ग्रे मार्केट में इस समय इसका GMP शून्य (₹0) चल रहा है, जो निवेशकों की सतर्क शुरुआत को दिखाता है। हालांकि कंपनी की वित्तीय स्थिति पिछले दो वर्षों में काफी बेहतर रही है और इसका विस्तार योजना भी मजबूत है।
आईपीओ में कंपनी 63.09 लाख नए शेयर जारी कर रही है। प्राइस बैंड ₹112–118 प्रति शेयर तय किया गया है। इस मूल्य पर Pajson Agro India का प्री-इश्यू मार्केट कैप ₹280.95 करोड़ बैठता है।
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रिटेल निवेशकों के लिए न्यूनतम आवेदन आकार 2,400 शेयरों का है, यानी लगभग 2.83 लाख रुपये, इसलिए यह IPO बड़े टिकट निवेश की श्रेणी में आता है। कंपनी ने एंकर निवेशकों से 20.91 करोड़ रुपये जुटाए हैं। 10 दिसंबर को एंकर इनवेस्टिंग के दौरान 17.72 लाख शेयरों की बुकिंग हुई, जिससे इश्यू को शुरुआती संस्थागत सपोर्ट मिला है।
विस्तार योजना और IPO का उद्देश्य
यह पूरा IPO एक फ्रेश इश्यू है, जिसका उपयोग Pajson Agro India की विस्तार परियोजनाओं में किया जाएगा। Pajson Agro India 57 करोड़ रुपये की लागत से आंध्र प्रदेश के विजयनगरम में अपना दूसरा काजू प्रोसेसिंग प्लांट लगाने जा रही है। यह नया प्लांट कंपनी की क्षमता को काफी बढ़ा देगा। अभी कंपनी के पास 18,000 MTPA क्षमता वाला प्लांट अन्नकापल्ले (विशाखापट्टनम) में चल रहा है।
IPO से मिलने वाली बाकी राशि का उपयोग जनरल कॉरपोरेट जरूरतों में होगा।
कंपनी क्या करती है?
Pajson Agro India कच्चे काजू को प्रोसेस कर विभिन्न ग्रेड में तैयार काजू बनाती है। यह उत्पाद घरेलू बाजार और निर्यात, दोनों में बेचे जाते हैं। कंपनी अपने रिटेल ब्रांड Royal Mewa के नाम से भी पैक्ड काजू बेचती है। इसका बिजनेस मॉडल चार चैनलों पर चलता है – होलसेल मंडी, इंस्टिट्यूशनल बायर्स, निर्यात ग्राहक, रिटेल और B2C डिस्ट्रीब्यूशन।
कंपनी के पास 465 स्थायी कर्मचारी हैं और इसका व्यवसाय 18 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों में फैला है। काजू प्रोसेसिंग की लगभग सभी प्रमुख प्रक्रियाएं, जैसे शेलिंग, पीलिंग, ग्रेडिंग, सॉर्टिंग और पैकेजिंग – इन-हाउस होती हैं।
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कैसा है Pajson Agro India का फाइनेंशियल रिकॉर्ड?
कंपनी ने पिछले दो साल में काफी तेज ग्रोथ दिखाई है। FY25 में कंपनी का रेवेन्यू 95% बढ़कर 187.28 करोड़ रुपये पहुंच गया। मुनाफा (PAT) भी FY24 के 3.35 करोड़ से बढ़कर FY25 में 20.42 करोड़ रुपये हो गया। यह लगभग 509% की उछाल है।
FY26 की पहली छमाही में ही कंपनी 118.37 करोड़ के रेवेन्यू और 14.20 करोड़ रुपये का PAT दिखा चुकी है।
IPO में अलॉटमेंट इस प्रकार है :
- QIBs : 46.82%
- NIIs : 14.26%
- रिटेल : 33.24%
- मार्केट मेकर : 3.57 लाख शेयर
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हालांकि कंपनी की ग्रोथ मजबूत है, लेकिन कच्चे काजू के दाम में उतार-चढ़ाव और एग्रो कमोडिटी मार्केट का मौसमी असर इसके बिजनेस पर खतरा बना रहता है।
GMP 0% क्यों?
ग्रे मार्केट में GMP इस समय शून्य है। इसका मतलब है कि निवेशक लिस्टिंग प्रीमियम को लेकर अभी सतर्क हैं। आमतौर पर SME IPOs में GMP आखिरी दो दिनों में बदलता है, इसलिए लिस्टिंग काफी हद तक सब्सक्रिप्शन नंबर और मार्केट सेंटिमेंट पर निर्भर करेगी।
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