
Sahjan Ki Patti Khane ke Fayde : आजकल हर तरफ मोरिंगा (Moringa) की चर्चा है। इसके गुणों का बखान किया जा रहा है। कहा जा रहा है कि इसकी पत्तियों के पाउडर को पानी में घोलकर पीने से कई रोग गायब हो जाते हैं। आखिर यह चमत्कारिक पत्तियां हैं कैसी?
मोरिंगा कुछ और नहीं हमारा सहजन है। भारत की पारंपरिक रसोई से निकलकर अब यह आधुनिक जीवनशैली का हिस्सा बन चुका है। पहले इसे दादी-नानी के घरेलू नुस्खे के तौर पर जाना जाता था, अब इस पर वैज्ञानिक भी ध्यान देने लगे हैं। (Sahjan Ki Patti Khane ke Fayde)
आमतौर पर मोरिंगा की सूखी पत्तियां या उसका पाउडर रात में पानी में भिगो दिया जाता है और सुबह खाली पेट यह पानी पिया जाता है। लोग मानते हैं कि इससे शरीर अंदर से साफ होता है और शुगर-कोलेस्ट्रॉल जैसी दिक्कतों में मदद मिलती है।
पत्तियों से लेकर फली, हर चीज उपयोगी
सहजन उत्तर भारत में आम तौर पर पाया जाता है। इसकी फलियां सब्जी के रूप में खाई जाती हैं, जबकि पत्तियों का इस्तेमाल दवा और टॉनिक की तरह किया जाता रहा है।
पुराने समय में मोरिंगा का उपयोग कमजोरी, सूजन, पेट की परेशानी और संक्रमण जैसी समस्याओं में किया जाता था। फर्क बस इतना है कि पहले यह अनुभव के आधार पर था, अब इस पर रिसर्च भी हो रही है (Sahjan Ki Patti Khane ke Fayde)।
खाली पेट मोरिंगा पानी क्यों पिया जाता है?
मोरिंगा (Moringa) की पत्तियों में ऐसे कई तत्व पाए जाते हैं जो शरीर के लिए फायदेमंद माने जाते हैं। इनमें एंटीऑक्सिडेंट और सूजन कम करने वाले गुण होते हैं।
खाली पेट लेने से शरीर इन तत्वों को बेहतर तरीके से ग्रहण कर पाता है। इसी वजह से मोरिंगा पानी को मेटाबॉलिज्म, शुगर लेवल और दिल की सेहत से जोड़कर देखा जाता है।
यह भी पढ़ें : How to control sugar cravings : कुछ मीठा खाने का मन करे तो कैसे बचें?
ब्लड शुगर पर मोरिंगा का क्या असर होता है?
कुछ रिसर्च में यह बात सामने आई है कि मोरिंगा ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है (Sahjan Ki Patti Khane ke Fayde)। साल 2020 में आई एक समीक्षा में पाया गया कि मोरिंगा लेने वाले लोगों में शुगर लेवल कुछ हद तक कम हुआ।
हालांकि यहां एक बात साफ समझनी जरूरी है। इन स्टडीज में लोगों को मोरिंगा की तय मात्रा दी गई थी, जैसे पत्तियों का पाउडर। रोज घर पर बनाए जाने वाले मोरिंगा पानी पर सीधे-सीधे यही नतीजा लागू नहीं किया जा सकता।
वैज्ञानिक मानते हैं कि मोरिंगा (Moringa) में मौजूद कुछ प्राकृतिक तत्व इंसुलिन को बेहतर तरीके से काम करने में मदद करते हैं, लेकिन इसका असर सीमित और नियंत्रित मात्रा में ही देखा गया है।
कोलेस्ट्रॉल और दिल की सेहत पर क्या असर पड़ता है?
सहजन को लेकर यह भी कहा जाता है कि यह कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद कर सकता है (Sahjan Ki Patti Khane ke Fayde)। कुछ छोटे अध्ययनों में देखा गया है कि इससे खराब कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स में कमी आ सकती है और अच्छा कोलेस्ट्रॉल थोड़ा बढ़ सकता है।
लेकिन दिल से जुड़ी बड़ी संस्थाएं साफ कहती हैं कि कोलेस्ट्रॉल कम करना बहुत गंभीर विषय है। मोरिंगा (Moringa) इसमें मददगार हो सकता है, लेकिन इसे इलाज नहीं माना जा सकता। इस पर अभी और रिसर्च की जरूरत है।
यह भी पढ़ें : Who should not eat papaya : अमेरिका से आया पपीता, ये लोग रहें सावधान
क्या मोरिंगा पानी दवा की जगह ले सकता है?
इसका जवाब सीधा है, नहीं। मोरिंगा पानी (Moringa Water) कोई दवा नहीं है और न ही यह शुगर या कोलेस्ट्रॉल की दवाओं का विकल्प बन सकता है।
अगर कोई पहले से दवा ले रहा है और सिर्फ मोरिंगा पानी के भरोसे दवा छोड़ देता है, तो यह नुकसानदेह हो सकता है। मोरिंगा को सिर्फ एक सहायक उपाय की तरह देखना चाहिए।
मोरिंगा पानी पीते समय क्या सावधानी रखें?
- बहुत ज्यादा मात्रा में न पिएं।
- गर्भवती महिलाएं और बीपी या शुगर की दवा लेने वाले लोग डॉक्टर से सलाह लें।
- लो शुगर वालों को खास सावधानी रखनी चाहिए।
- इसे संतुलित खान-पान और सही जीवनशैली के साथ ही लें।
इन 5 चीजों से कंट्रोल में रहेगा डायबिटीज



