

पाकिस्तान (Blast in Pakistan) के खैबर पख्तूनख्वा के नौशेरा जिले में शुक्रवार की नमाज के दौरान दारुल उलूम हक्कानिया में एक आत्मघाती धमाका हुआ। इसमें जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (समी) के नेता मौलाना हामिदुल हक हक्कानी समेत कई लोगों की मौत हो गई और दर्जनों घायल हुए हैं।
खैबर पख्तूनख्वा सरकार के मुताबिक, इस हमले में मौलाना हामिदुल हक भी मारे गए हैं। वह इस्लामिक विद्वान थे। यह एक आत्मघाती हमला था। पुलिस के अनुसार, धमाका उस समय हुआ जब लोग मदरसे के मुख्य हॉल में नमाज के लिए एकत्र हुए थे।
स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों में आपातकाल घोषित कर दिया है और चिकित्सा कर्मियों को तुरंत तैनात रहने और जरूरी दवाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
यह भी पढ़ें : क्या है Five Eyes, जिससे बाहर होगा कनाडा
मौलाना हक्कानी जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (समी) के प्रमुख थे। वह प्रसिद्ध धार्मिक नेता मौलाना समीउल हक के बेटे थे। 2002 से 2007 तक नेशनल असेंबली के सदस्य भी रहे और मदरसा दारुल उलूम हक्कानिया के उपकुलपति के रूप में काम किया। पिछले साल वह पाकिस्तानी धार्मिक विद्वानों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ अफगानिस्तान गए थे, जहां उन्होंने तालिबान नेताओं से मुलाकात की थी।
दारुल उलूम हक्कानिया की स्थापना 1947 में मौलाना अब्दुल हक हक्कानी ने की थी। यह मदरसा पहले भी विवादों में रहा है, क्योंकि इसके कुछ पूर्व छात्र पाकिस्तान की राजनीति और आतंकी घटनाओं से जुड़े रहे हैं।
इस हमले की राष्ट्रपति आसिफ अली ज़रदारी और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कड़ी निंदा की है। राष्ट्रपति ने कहा कि निर्दोष नमाजियों को निशाना बनाना एक घृणित और अमानवीय कृत्य है। प्रधानमंत्री ने घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की और प्रशासन को बेहतरीन इलाज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
यह भी पढ़ें : अब भूल जाइए भारत और पाकिस्तान के बीच कोई टक्कर होगी
गृह मंत्री मोहसिन नकवी और खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने भी इस हमले की निंदा की और अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने का संकल्प लिया। खैबर पख्तूनख्वा के राज्यपाल फैसल करीम कुंडी ने इसे ‘दुश्मन ताकतों की साजिश’ बताया है।
चैंपियंस ट्रॉफी (Champions Trophy) पर सवाल
यह हमला ऐसे समय हुआ है, जब पाकिस्तान में चैंपियंस ट्रॉफी (Champions Trophy) चल रही है। पाकिस्तान (Pakistan) ने बहुत मुश्किल से ICC को इस बात के लिए राजी किया था कि उसे ग्लोबल इवेंट की मेजबानी दी जाए। चैंपियंस ट्रॉफी के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम करने का दावा था।
यह भी पढ़ें : बाबर पर फख्र, पाकिस्तान के साथ यही होना है
कुछ दिनों पहले पाकिस्तानी सरकार ने आरोप लगाया था कि भारत उसकी सुरक्षा को लेकर बेकार के सवाल खड़े कर रहा है। उसके यहां सब सुरक्षित हैं। हालांकि BCCI ने पहले ही टीम इंडिया (Team India) को पाकिस्तान भेजने से इनकार कर दिया था।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने कहा था कि उसे सरकार से इजाजत नहीं मिली है। कई पूर्व भारतीय खिलाड़ियों ने भी पाकिस्तान में सुरक्षा को लेकर चिंता जताई थी। अब यह बात सही साबित होती दिख रही है।