
नाम पर 1.10 लाख रुपये की धोखाधड़ी (Fraud) का मामला सामने आया है। इस मामले में राजमंदिर निवासी रितेश सिंह की शिकायत पर श्रेया इंटरप्राइजेज (Shreya Enterprises) के प्रोपराइटर अंजनी पांडेय और मैनेजर संदीप उपाध्याय के खिलाफ कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस (Varanasi Police) ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
रितेश सिंह ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि उन्हें टाउनहाल पार्क में हस्तशिल्प प्रदर्शनी आयोजित करनी थी। इसके लिए उन्होंने स्मार्ट सिटी के सीईओ के त्रिनेत्र भवन, सिगरा स्थित कार्यालय में संपर्क किया। वहां से उन्हें बताया गया कि पार्क की बुकिंग के लिए श्रेया इंटरप्राइजेज के अंजनी पांडेय और संदीप उपाध्याय से संपर्क करें।
रितेश के अनुसार, जब उन्होंने अंजनी पांडेय और संदीप उपाध्याय से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि आवेदन पत्र भरकर और बुकिंग फीस का भुगतान कर पार्क की बुकिंग कराई जा सकती है। इस जानकारी के आधार पर रितेश ने अंजनी और संदीप के खातों में कुल 1.10 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए।
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रितेश ने बताया कि 27 दिसंबर 2024 को अंजनी पांडेय के खाते में 50,000 रुपये ट्रांसफर किए। 26 दिसंबर 2024 को संदीप उपाध्याय के खाते में 10,000 रुपये भेजे। 1 जनवरी 2025 को संदीप के खाते में 27,500 रुपये जमा किए। 2 जनवरी 2025 को 20,600 रुपये और 1,900 रुपये का भुगतान किया।
कुल मिलाकर उन्होंने 1.10 लाख रुपये का भुगतान कर दिया, लेकिन इसके बावजूद उन्हें न तो Allotment Letter मिला और न ही भुगतान की रसीद। जब उन्होंने इस संबंध में संपर्क किया तो दोनों ने कोई जवाब नहीं दिया।
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रितेश सिंह की शिकायत पर कोतवाली थाने में अंजनी पांडेय और संदीप उपाध्याय के खिलाफ धोखाधड़ी (Fraud) का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। कोतवाली थाना प्रभारी ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
ऐसे बचें इस तरह की धोखाधड़ी से
- किसी भी बुकिंग (Booking) से पहले संबंधित सरकारी अथॉरिटी से जानकारी लें।
- बुकिंग राशि (Booking Amount) का भुगतान आधिकारिक बैंक खाते में ही करें।
- संदिग्ध व्यक्तियों या अनधिकृत एजेंट्स पर भरोसा न करें।
- कोई भी बड़ी धनराशि ट्रांसफर करने से पहले उचित दस्तावेज (Documents) की पुष्टि करें।
- ठगी का शिकार होने पर तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराएं।