

माइकल वॉन (Michael Vaughan) को क्रिकेट की दुनिया में बहुत चतुर और हाजिरजवाब समझा जाता है। दूसरी टीमों और उनके खिलाड़ियों पर ‘वार’ करने का कोई भी मौका वह नहीं चूकते। लेकिन, इन्हीं वॉन की कप्तानी में इंग्लिश टीम ने एक बड़ी भारी गलती कर दी। उन्होंने टीम इंडिया (Team India) से पंगा ले लिया।
इस कहानी का मुख्य किरदार जेली बीन्स (Jelly Beans) हैं। बीन्स यानी सेम के बीज या राजमा के आकार की जेली। इसे चीनी से बनाया जाता है। एक तरह की कैंडी होती है, लेकिन टॉफी की तरह कड़ी होने के बजाय नरम। स्वाद इसका मीठा होता है, पर उस दिन अंग्रेजों को इसने हार का कड़वा घूंट चखा दिया।
भारतीय क्रिकेट टीम (Indian cricket team) साल 2007 में इंग्लैंड के दौरे पर गई थी। वहां उसे 7 मैचों की वनडे सीरीज (Oneday series) और तीन मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी थी। यह बात नॉटिंघम में हुए दूसरे टेस्ट मैच की है।
यह भी पढ़ें : जब टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम से निकाला गया दाऊद
लॉर्ड्स में खेला गया पहला टेस्ट मैच (Lords test) ड्रॉ रहा था। भारतीय टीम के सामने 380 रनों का लक्ष्य था और केवल 282 रन पर ही उसके 9 विकेट गिर गए थे। हार पक्की लग रही थी, लेकिन खराब मौसम और रोशनी के चलते खेल पूरा नहीं हो सका और इंग्लैंड को बस ड्रॉ से संतोष करना पड़ा।
नॉटिंघम में इंग्लैंड क्रिकेट टीम बदला लेने के अंदाज में उतरी थी, लेकिन यहां पहली पारी में वह केवल 198 रनों पर सिमट गई। जवाब में भारत की ओर से 5 बल्लेबाजों ने हाफ सेंचुरी लगाई।
जेली बीन्स की एंट्री होती है, जब टीम इंडिया (Team India) पहली पारी में 154वां ओवर खेल रही थी। स्कोर था 7 विकेट पर 464 रन। वीवीएस लक्ष्मण (VVS Laxman) ओवर की तीसरी बॉल पर आउट हुए थे और जहीर खान (Zaheer Khan) बैटिंग करने आए थे। ढाई सौ से ज्यादा रनों की लीड हो चुकी थी यानी इंग्लैंड की टीम (England cricket team) खेल में बहुत पीछे थी, तभी उसे यह खुराफात सूझी।
जहीर से प्रैंक (Prank) पड़ा महंगा
जहीर खान जब बैटिंग करने के लिए क्रीज पर पहुंचे, तो उन्हें पर जेली बीन्स पड़ी दिखीं। खिलाड़ी मैदान पर कैंडी, च्यूंगम वगैरह खाते ही रहते हैं, तो जहीर को लगा कि किसी इंग्लिश प्लेयर से गिर गई होगी। उन्होंने बैट से जेली बीन्स को हटा दिया।
लेकिन जब जहीर दूसरी गेंद का सामना करने के लिए स्टांस ले रहे थे, तभी उन्होंने देखा कि पिच पर और जेली बीन्स आ गई हैं। अब ये अपने से तो आई नहीं होंगी। जहीर खान का पारा चढ़ गया। स्लिप में केविन पीटरसन खड़े थे और पूरा शक था कि उन्होंने ही यह हरकत की होगी। जहीर ने पीटरसन की ओर बैट दिखाते हुए पूछा, यह क्या चल रहा है।
यह भी पढ़ें : जब पाकिस्तान की तरफ से मैदान पर उतरे सचिन
जहीर ने बाद में कहा, ‘मुझे नहीं पता कि जेली बीन्स मैदान पर कहां से आ रही थीं। कोई फील्डर ही उसे फेंक रहा था। मुझे यह अपमानजनक लगा।’ जहीर उस पारी में केवल 10 रन बना सके, लेकिन उनका गुस्सा निकला बॉल के साथ। पहली पारी में उन्होंने 59 रन देकर 4 विकेट लिए थे। दूसरी पारी में वह और भी खतरनाक नजर आए और 75 रन देकर 5 विकेट झटके। टीम इंडिया ने वह टेस्ट मैच 7 विकेटों से जीता और बाद में 1-0 से सीरीज भी अपने नाम कर ली।
उस समय इंग्लैंड में भारत की यह केवल पांचवीं टेस्ट जीत थी। इसका महत्व बहुत ज्यादा था, लेकिन इससे ज्यादा महत्व मिल गया जेली बीन्स को। इंग्लिश मीडिया में इसी की चर्चा होती रही।
माइकल वॉन बाद में सफाई देते-देते थक गए कि यह केवल प्रैंक था और अगर जहीर को बुरा लगा है तो वह माफी मांगते हैं। जहीर ने उन्हें माफ कर भी दिया होगा, लेकिन इंग्लैंड के क्रिकेट फैंस शायद ही माफ करें। इस प्रैंक ने जहीर को उकसा कर उनसे उनका बेस्ट निकलवा दिया।
यह भी पढ़ें : चैंपियंस ट्रॉफी को बंद करने का मन बना लिया था ICC ने