

वॉरेन बफेट (Warren Buffett) केवल 11 साल के थे, जब उन्होंने पहली बार शेयर मार्केट (Share market) में पैसा लगाया। उन्होंने 38 डॉलर के हिसाब से Cities Service के तीन शेयर लिए थे। उनके पैसा लगाने के बाद शेयर पहले नीचे गया और ऊपर चढ़ने लगा। जैसे ही कीमत 40 डॉलर पहुंची, बफेट ने फौरन तीनों शेयर निकाल दिए। लेकिन, इसके बाद भी शेयर का चढ़ना रुका नहीं। इसने बफेट को अपने निवेश जीवन का सबसे बड़ा सबक दिया, कि स्टॉक मार्केट (Stock market) में कयासबाजी नहीं चलती।
Warren Buffett के पिता हावर्ड बफेट भी इंवेस्टमेंट बिजनेस में थे। बाद में वह रिपब्लिक पार्टी (US senator) से संसद में चुने गए। वॉरेन बफेट ने अपने पिता को देखकर ही शेयर बाजार में कदम रखा था।
स्टॉक से पहले मुनाफे के रूप में उनकी कुल कमाई केवल 6 डॉलर हुई थी। आज वही बफेट निवेश की दुनिया के बादशाह समझे जाते हैं और साल 2024 में उनकी नेटवर्थ लगभग 150 अरब अमेरिकी डॉलर है।
यह भी पढ़ें : क्रिप्टोकरंसी क्या है और इसमें पैसा लगाना चाहिए?

वॉरेन बफेट ने एक मास्टरस्ट्रोक चला, सही वक्त पर निवेश की शुरुआत (Buffett’s investment tips)। वह कहते भी हैं, ‘अमेरिका में रहने, कुछ भाग्यशाली जीन्स यानी गुणसूत्रों और चक्रवृद्धि ब्याज के कारण आज मेरे पास इतनी संपत्ति है।’
यह भी पढ़ें : सब बेचकर यहां तक पहुंचे मस्क, अब क्या बेचेंगे?
बफेट ने न केवल समय सही चुना, बल्कि उन्होंने निवेश का रास्ता भी ऐसा अपनाया, जहां से अधिकतम मुनाफा हासिल हो। सही वक्त, सही जगह और सही कीमत – ये तीन फैक्टर चाहिए होते हैं निवेश में सफलता पाने के लिए। लेकिन सवाल है कि इनके बारे में पता कैसे चलेगा, आइए समझते हैं :
- सैलरी का कितना हिस्सा निवेश करना चाहिए?
आम तौर पर वित्तीय विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि आपकी सैलरी का 20-30% हिस्सा निवेश में जाना चाहिए। यह नियम व्यक्तिगत परिस्थितियों, आय और खर्चों पर निर्भर करता है। इस बारे में 50-30-20 का नियम याद रखना चाहिए। यह नियम कहता है कि हमें अपनी कमाई का बंटवारा ऐसे करना चाहिए –
50% आवश्यक खर्चों जैसे EMI, किराया, बिजली बिल वगैरह पर।
30% इच्छाओं जैसे कि घूमना-फिरना, मनोरंजन वगैरह के लिए।
20% बचत और निवेश के लिए रखना चाहिए।
अगर आप जल्दी रिटायरमेंट, बच्चे की पढ़ाई या घर खरीदने जैसी बड़ी योजनाओं के लिए बचत कर रहे हैं, तो निवेश का हिस्सा बढ़ाकर 30-40% भी किया जा सकता है। - हर साल निवेश बढ़ाना क्यों जरूरी है?
महंगाई (Inflation) के कारण पैसे की क्रय शक्ति (purchasing power) कम होती रहती है। उदाहरण के लिए, आज जितना सामान आपको 100 रुपये में मिल रहा है, एक साल बाद उतने के ही लिए आपको 105 रुपये खर्च करने पड़ेंगे। इस हिसाब से अंदाजा लगाइए कि अगर आप घर, गाड़ी या किसी और जरूरत के लिए लंबी प्लानिंग के अनुसार बचत कर रहे हैं, तो आपको कितनी रकम चाहिए होगी। वैसे हर साल बचत की राशि 10% बढ़ाना ठीक रहता है यानी अगर हजार रुपये बचा रहे हैं तो अगले साल से 1100 रुपये बचाइए। इससे महंगाई की मार नहीं पड़ती। एक तरीका यह भी है कि अगर जरूरतें नहीं बढ़ी हैं तो अपनी सैलरी में बढ़ोतरी का 50% हिस्सा निवेश में डाल दें। - कहां-कहां निवेश करना सही है?
- फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) सुरक्षित निवेश विकल्प है, लेकिन इसका रिटर्न महंगाई को मात देने में कमजोर होता है। इसे आप आपातकालीन फंड के रूप में रखें।
- SIP (Systematic Investment Plan) के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं। यह एक अनुशासित और सरल तरीका है। यह महंगाई को मात देने वाला रिटर्न है। लंबे समय में कॉम्पाउंडिंग का फायदा मिलता है। इसमें शेयर मार्केट जितना जोखिम नहीं है।
- शेयर बाजार (Share Bazar) के बारे में कहा जाता है कि जितना रिस्क उतना मुनाफा। हालांकि इसका यह मतलब नहीं कि बिना कुछ जाने-समझे बाजार में कूद जाया जाए। Share market में रिटर्न अच्छा है, लेकिन निवेश के पहले सारी बेसिक जानकारी होनी चाहिए।
- गोल्ड (Investment in gold) सुरक्षित निवेश का विकल्प है और लंबे समय में अच्छा रिटर्न देता है।
- रियल एस्टेट भी एक अच्छा विकल्प है, लेकिन इसे केवल तभी चुनें जब आप लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हों। यह भी याद रखें कि रियल एस्टेट में लगाया गया पैसा शेयर मार्केट या FD की तरह नहीं होता, जिसे आप तुरंत भुना सकें। कई बार जल्दबाजी में प्रॉपर्टी बेचने पर अच्छा रिटर्न नहीं मिलता। इसी तरह, अगर खरीदारी में जल्दी की जाए, तो गलत प्रॉपर्टी हाथ लग सकती है।
- गवर्नमेंट स्कीम्स भी निवेश करने के लिए अच्छी हैं। दीर्घकालिक बचत और टैक्स लाभ के लिए PPF (Public Provident Fund) को चुन सकते हैं। रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए NPS (National Pension Scheme) है। बच्चियों के लिए सुकन्या समृद्धि बचत योजना है।
क्या सारा पैसा FD या SIP में डालना सही है?
नहीं, सारा पैसा एक ही जगह निवेश करना सही नहीं है। डाइवर्सिफिकेशन (Diversification) जरूरी है। अपनी आय और जोखिम सहने की क्षमता के अनुसार FD, SIP, शेयर बाजार, गोल्ड (Gold), और रियल एस्टेट का सही मिश्रण चुनें।
यह भी पढ़ें : शेयर मार्केट से डरेंगे तो और डराएगा
निवेश कोई मंजिल नहीं, बल्कि यात्रा है। इसे समय-समय पर अपनी जरूरतों और बाजार की परिस्थितियों के अनुसार अपडेट करते रहें। जितनी जल्दी investment शुरू करेंगे, उतना ही ज्यादा फायदा मिलेगा।
वॉरेन बफेट का कहना है कि आज कोई छांव में बैठा है क्योंकि बहुत समय पहले किसी ने एक पौधा रोपा था। वह पौधा निवेश का है, जिसे अगर आप आज लगाते हैं तो आने वाले वक्त में रिटर्न की छांव पाएंगे।
यह भी पढ़ें : किडनैप हुए, आतंकियों से बचे, किस्मत हो तो अडानी जैसी