

पाकिस्तान (Pakistan) और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की मेजबानी में चैंपियंस ट्रॉफी (Champions Trophy 2025) 19 फरवरी से होने जा रही है। क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह टूर्नामेंट बेहद खास है, क्योंकि इसमें दुनिया की शीर्ष 8 टीमें खिताब के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगी।
टी-20 के दौर में वनडे फॉर्मेट आज सबसे मुश्किल हो चला है। टीमें ज्यादा से ज्यादा रन बनाना चाहती हैं, लेकिन 50 ओवरों तक मैदान पर टिके रहना भी चुनौती है। यही हाल होता है बॉलिंग में। 4 ओवर नहीं, यहां 10 ओवर तक स्पीड और लाइन-लेंथ बनाकर रखनी होती है।
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आइए, देखते हैं कि इस ICC इवेंट में कौन-सी टीमें खिताब की प्रबल दावेदार हैं :
पाकिस्तान (Pakistan): घरेलू मैदान का फायदा और मजबूत तेज गेंदबाजी आक्रमण
मेजबान पाकिस्तान (Pakistan) का प्रदर्शन पिछले दो साल में मिलाजुला कहा जा सकता है। 2023 में हुए वनडे विश्व कप और एशिया कप में टीम का प्रदर्शन बेहद खराब रहा था। 2023 में पाकिस्तान ने 25 वनडे खेले थे, जिसमें से 14 जीत मिली थी और 10 हार। 2024 में टीम को केवल 9 वनडे मैच खेलने को मिले, जिसमें 7 जीत आई। इस दौरान ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक सीरीज जीत भी थी।
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प्रमुख खिलाड़ी
बाबर आजम (Babar Azam) दुनिया के टॉप बल्लेबाजों में से एक हैं। साथ में, मोहम्मद रिजवान (Mohammad Rizwan), और फखर जमान (Fakhar Zaman) बल्लेबाजी को स्थिरता देते हैं। तेज गेंदबाजों में शाहीन अफरीदी (Shaheen Afridi), हारिस रऊफ (Haris Rauf) और नसीम शाह (Naseem Shah) की तिकड़ी किसी भी विरोधी को चित कर सकती है।
एक्स फैक्टर
घरेलू परिस्थितियों में खेलने का फायदा पाकिस्तान को खिताब की प्रमुख दावेदार टीम बनाता है।
भारत (India): संतुलित टीम और ICC टूर्नामेंट में शानदार रिकॉर्ड
भारतीय टीम (India) चैंपियंस ट्रॉफी की सबसे मजबूत दावेदारों में से एक है। 2023 में टीम ने विश्व कप फाइनल तक का सफर तय किया था। कुछ खराब ओवरों ने उसका खिताब का सपना चकनाचूर कर दिया वरना इसमें किसी को शक नहीं कि रोहित शर्मा एंड कंपनी के सामने बाकी सारी टीमें फीकी थीं।
2023 में टीम इंडिया (Team India) ने 35 में से 27 मुकाबले जीते थे और जीत का प्रतिशत 77 से ज्यादा था। पिछले साल हालांकि टीम को वनडे क्रिकेट में ज्यादा मौके नहीं मिले। केवल श्रीलंका के खिलाफ एक सीरीज थी, जिसमें 2-0 से हार झेलनी पड़ी।
प्रमुख खिलाड़ी
रोहित शर्मा (Rohit Sharma) और विराट कोहली (Virat Kohli) का अनुभव, शुभमन गिल (Shubman Gill) की आक्रामक बल्लेबाजी और मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) व जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) की सटीक गेंदबाजी भारत की ताकत है।
एक्स फैक्टर
रोहित और विराट का यह शायद आखिरी ICC इवेंट हो। दोनों ही इस खिताब को जीतना चाहेंगे। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की नाकामी को भी दोनों पीछे छोड़ना चाहेंगे।
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इंग्लैंड (England): आक्रामक खेल शैली और गहरी बल्लेबाजी लाइनअप
इंग्लैंड (England) ने पिछले दशक में सीमित ओवरों के क्रिकेट को फिर से परिभाषित किया है। उनकी आक्रामक शैली और गहरी बल्लेबाजी लाइनअप उन्हें खिताब का प्रबल दावेदार बनाती है। हालांकि 2023 विश्व कप में उनका प्रदर्शन बेहद खराब रहा था, फिर भी इंग्लैंड को खारिज नहीं किया जा सकता।
प्रमुख खिलाड़ी
जोस बटलर (Jos Buttler), जो रूट और डेविड मलान (Dawid Malan) बल्ले से मैच का रुख पलटने में सक्षम हैं। आदिल रशीद (Adil Rashid) और मार्क वुड (Mark Wood) गेंदबाजी विभाग को मजबूती देते हैं।
एक्स फैक्टर
इंग्लैंड की आक्रामक रणनीति उन्हें खतरनाक बनाती है। टीम पहले से लेकर आखिरी ओवर तक अटैकिंग मोड में खेलने की क्षमता रखती है।
ऑस्ट्रेलिया (Australia): अनुभव और लचीलापन
ऑस्ट्रेलिया (Australia) की टीम हमेशा से आईसीसी टूर्नामेंट में एक ताकत रही है। उनके पास युवाओं और अनुभव का सही मिश्रण है। सभी को याद होगा कि 2023 World Cup में एक वक्त यह टीम सेमीफाइनल की रेस से बाहर होने के कगार पर थी, लेकिन फिर जिस तरह उसने खिताब जीता, वह दर्शाता है कि कंगारूओं को बड़े मुकाबलों का प्रेशर झेलना आता है।
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प्रमुख खिलाड़ी
ट्रेविस हेड (Travis Head) और स्टीव स्मिथ (Steve Smith) बल्लेबाजी क्रम को स्थिरता देते हैं, जबकि मिचेल स्टार्क (Mitchell Starc) और जोश हेजलवुड (Josh Hazlewood) किसी भी पिच पर घातक साबित हो सकते हैं।
एक्स फैक्टर
ऑस्ट्रेलिया की प्रतिस्पर्धी मानसिकता और दबाव में प्रदर्शन करने की क्षमता उन्हें खतरनाक बनाती है।
न्यूजीलैंड (New Zealand): रणनीति और निरंतरता
न्यूजीलैंड (New Zealand) की क्रिकेट टीम हमेशा से अंडरडॉग के रूप में उभरी है, लेकिन हाल के वर्षों में उनकी स्थिरता और स्मार्ट क्रिकेट ने उन्हें एक मजबूत टीम बना दिया है। कीवियों ने पिछले साल 55% मैच जीते और विश्व कप 2023 में क्वार्टरफाइनल तक का सफर तय किया था।
प्रमुख खिलाड़ी
केन विलियमसन (Kane Williamson) की स्थिरता, लॉकी फर्ग्यूसन की घातक स्विंग गेंदबाजी और डेवोन कॉनवे (Devon Conway) की आक्रामकता उनकी प्रमुख ताकत हैं। मिचेल सैंटनर कप्तान होंगे।
एक्स फैक्टर
उनकी योजनाबद्धता और सामूहिक प्रदर्शन उन्हें किसी भी टीम के लिए मुश्किल प्रतिद्वंद्वी बनाते हैं।
दक्षिण अफ्रीका (South Africa): नए सितारों का उदय
दक्षिण अफ्रीका (South Africa) ने हाल के वर्षों में वनडे क्रिकेट में कई युवा खिलाड़ियों को मौका दिया है, जिन्होंने शानदार प्रदर्शन किया है। टी-20 विश्व कप में वह फाइनल तक पहुंचे और पहली बार हुआ जब किसी आईसीसी इवेंट के खिताबी मुकाबले में जगह बनाई हो। अब वे आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप (ICC Test Championship) के फाइनल में भी हैं। पिछले एक साल में वनडे में उन्होंने 58% जीत दर्ज की है।
प्रमुख खिलाड़ी
एडेन मार्कराम (Aiden Markram) और हेनरिक क्लासेन (Heinrich Klaasen) बल्लेबाजी क्रम को मजबूती देते हैं। गेंदबाजी में कगिसो रबाडा (Kagiso Rabada) और एनरिक नॉर्टजे (Anrich Nortje) किसी भी बल्लेबाज को मुश्किल में डाल सकते हैं।
एक्स फैक्टर
उनकी नई ऊर्जा और युवा खिलाड़ियों का जोश उन्हें एक खतरनाक टीम बनाता है। नॉकआउट का प्रेशर भी वे पार कर चुके हैं।
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भारत (India), पाकिस्तान (Pakistan), इंग्लैंड (England), ऑस्ट्रेलिया (Australia), न्यूजीलैंड (New Zealand), और दक्षिण अफ्रीका (South Africa) खिताब की प्रबल दावेदार मानी जा रही हैं। प्रत्येक टीम के पास मजबूत खिलाड़ी और रणनीति है।