

भोलेनाथ की नगरी काशी इस समय भक्तों से अटी पड़ी है। घाट, मंदिर, सड़क, गलियां – हर तरह हुजूम नजर आ रहा है। प्रयागराज महाकुंभ (Prayagraj Mahakumbh) में आस्था की डुबकी लगाने के बाद श्रद्धालु काशी का रुख कर रहे हैं, ताकि बाबा विश्वनाथ के दर्शन का भी फल हासिल कर सकें। माना जा रहा है कि भक्तों का यह रेला महाशिवरात्रि (Mahashivratri) तक रहेगा।
महाशिवरात्रि को लेकर काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Temple) में तैयारियां जोरों पर हैं। इस पावन दिन लाखों श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ के दर्शन और पूजन के लिए मंदिर पहुंचेंगे। ऐसे में प्रशासन इंतजाम में जुटा हुआ है।
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सीईओ विश्वभूषण मिश्रा (CEO Vishwabhushan Mishra) ने बताया कि 26 फरवरी को बड़ी संख्या में अखाड़ों के नागा साधु (Naga Sadhus of Akharas) श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए आएंगे। इस दौरान आम श्रद्धालुओं को कुछ समय तक इंतजार करना पड़ सकता है। जब तक नागा साधु दर्शन और पूजन नहीं कर लेते, तब तक कतार अस्थायी रूप से रोकी जा सकती है।
मंदिर प्रशासन ने दिव्यांग और बुजुर्ग श्रद्धालुओं से अनुरोध किया है कि वे ऑनलाइन लाइव दर्शन (Live Darshan Online) का लाभ लें, ताकि उन्हें लंबी कतारों में खड़े होने की असुविधा न हो।
फरवरी में दर्शन का नया रिकॉर्ड
इस वर्ष फरवरी के 18 दिनों में ही 1.03 करोड़ से अधिक भक्तों ने काशी विश्वनाथ धाम (Kashi Vishwanath Dham) में दर्शन किए। यह संख्या सावन के एक महीने में आने वाले श्रद्धालुओं से भी अधिक है। पिछले साल सावन के पूरे महीने में 58 लाख श्रद्धालु दर्शन के लिए आए थे, जबकि इस साल केवल 18 दिनों में ही यह आंकड़ा एक करोड़ पार कर गया।
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क्राउड मैनेजमेंट (Crowd Management) के लिए विशेष व्यवस्था
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए गर्भगृह के पास सीढ़ीदार प्लेटफॉर्म और चैनल सिस्टम बनाया गया है, जिससे दर्शन प्रक्रिया सुचारु रूप से हो सके। गर्भगृह के चारों गेट से श्रद्धालुओं को आठ लाइन में प्रवेश दिया जा रहा है। एक लाइन के श्रद्धालु गर्भगृह की चौखट से झांकी दर्शन कर रहे हैं। दूसरी लाइन के श्रद्धालु प्लेटफॉर्म से दर्शन कर पा रहे हैं।
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महाशिवरात्रि पर काशी विश्वनाथ मंदिर की भव्यता
काशी (Kashi) में महाशिवरात्रि का आयोजन हर साल भव्य रूप से किया जाता है। इस बार महाकुंभ का प्रभाव भी मंदिर में देखने को मिलेगा। यदि आप महाशिवरात्रि (Mahashivratri) पर काशी विश्वनाथ मंदिर जाने की योजना बना रहे हैं, तो दर्शन और भीड़ प्रबंधन से जुड़ी इन जानकारियों का ध्यान रखें।
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