

हिमेश रेशमिया की नई फिल्म ‘बैडएस रवि कुमार’ (Badass Ravikumar) उनकी 2014 में रिलीज ‘द एक्सपोज’ (The Xpose) का स्पिन-ऑफ है। पिछले साल आपने रोहित शेट्टी की कॉप यूनिवर्स की फिल्म ‘सिंघम अगेन’ देखी होगी। सीक्वल तो इतना देख चुके हैं कि अब याद भी नहीं रहता। सिनेमा ने दर्शकों से जुड़ने के नए-नए रास्ते तलाश लिए हैं।
जहां खत्म, वहीं से शुरू, यही है सीक्वल (Sequel)
सीक्वल का मतलब है किसी फिल्म का अगला भाग। इसमें कहानी की शुरुआत वहीं से होती है, जहां पिछली कहानी का अंत हुआ था। किरदार वही रहते हैं और पहली फिल्म को एक ऐसे शानदार मोड़ पर खत्म किया जाता है कि दर्शक दूसरे भाग के लिए उत्साहित रहें।
सीक्वल बनाने का मुख्य कारण यह है कि इसमें जोखिम कम होता है और दर्शक पहले से सुनिश्चित होते हैं। उदाहरण के लिए धूम 2 (Dhoom 2, 2006) और धूम 3 (Dhoom 3, 2013), जो धूम (Dhoom, 2004) की कहानी को आगे बढ़ाती हैं। हॉलीवुड में Avengers: Endgame (2019), जो Avengers: Infinity War (2018) की अगली कड़ी है।
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सीक्वल को फिल्म निर्माता सबसे ज्यादा पसंद करते हैं, चाहे बॉलीवुड हो या हॉलीवुड। इसकी वजह है कि सीक्वल में किसी हिट फिल्म की कहानी को ही आगे बढ़ाते हैं। पिछले भाग की लोकप्रियता की वजह से नई फिल्म को लेकर उत्सुकता बनी रहती है। दर्शकों को कनेक्ट करने में आसानी होती है और सफलता के चांस बढ़ जाते हैं।
हिट होने के बाद याद आया, प्रीक्वल (Prequel) बाकी है
प्रीक्वल वह फिल्म होती है जो पहले से बनी मूवी की कहानी से पहले की घटनाओं को दिखाती है। इसमें किसी फिल्म या किरदार के पीछे की कहानी को और विस्तृत ढंग से प्रस्तुत किया जाता है।
कई बार सीक्वल बनाने के बाद निर्माताओं को महसूस होता है कि अगर वे पहली फिल्म से पहले का किस्सा दिखाएंगे, तो दर्शकों को और अधिक पसंद आएगा। हाल ही में पैन इंडिया स्टार ऋषभ शेट्टी ने अपनी ब्लॉकबस्टर फिल्म कांतारा (Kantara, 2022) का प्रीक्वल बनाने की घोषणा की। इसी तरह Fantastic Beasts and Where to Find Them (2016), जो Harry Potter श्रृंखला के पहले की घटनाओं पर आधारित है।
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एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में प्रीक्वल शब्द का सबसे पहले इस्तेमाल 1958 में किया गया था। तब एक साइंस फिक्शन स्टोरी के बैकग्राउंड को समझाना था। आज भी वही होता है। कोई किरदार हिट हो गया और मेकर्स को लगा कि इसके बनने की कहानी दर्शकों तक पहुंचनी चाहिए, तो वे प्रीक्वल लेकर आ जाते हैं।
सफलता को बार-बार भुनाने का तरीका है रीमेक (Remake)
किसी पुरानी फिल्म को नई तकनीक, नए कलाकारों और आधुनिक दर्शकों के हिसाब से दोबारा बनाया जाता है। यह मूल फिल्म की कहानी को बरकरार रखते हुए नए अंदाज में प्रस्तुत करता है।
अगर किसी खास भाषा में बनी फिल्म सुपरहिट हो जाती है, तो उसकी लोकप्रियता को भुनाने और दूसरी भाषा के दर्शकों तक पहुंचाने के लिए उसका रीमेक बनता है। आपको शायद इसके उदाहरण की जरूरत न पड़े। आजकल यह बॉलीवुड का सबसे हिट फॉर्म्युला है।
वैसे बॉलीवुड की पहली रीमेक फिल्म साल 1964 में आई ‘राम और श्याम’ थी। यह तेलुगु फिल्म ‘रामुडु भैमुडु’ का रीमेक थी। इसमें दिलीप कुमार ने डबल रोल निभाया था। साथ में वहीदा रहमान और मुमताज थीं।
जिसमें दर्शकों को घुमा दिया जाए, वह है स्पिनऑफ (Spinoff)
स्पिनऑफ का मतलब है कि मुख्य फिल्म से एक हिस्सा लेकर उसे नई कहानी के रूप में प्रस्तुत करना। इससे दर्शकों को अपने पसंदीदा किरदार को और गहराई से जानने का मौका मिलता है।
जब किसी फिल्म में एक खास किरदार बहुत पसंद किया जाता है और वह इतना दमदार होता है कि उसकी अपनी एक अलग कहानी बनाई जा सकती है, तो उसे केंद्र में रखकर एक नई फिल्म बनाई जाती है। उदाहरण के लिए, ‘बेबी’ में तापसी पन्नू का किरदार शबाना बहुत प्रभावशाली था। इस किरदार को लेकर एक नई फिल्म ‘नाम शबाना’ बनाई गई। यह फिल्म ‘बेबी’ का स्पिनऑफ थी।
फिल्मों में नई शुरुआत है रीबूट (Reboot)
रीबूट का मतलब है किसी पुरानी फिल्म या सीरीज को नई शुरुआत देना। इसमें कहानी, किरदार और सेटिंग को पूरी तरह नए तरीके से पेश किया जाता है, ताकि वह नई पीढ़ी के दर्शकों को ज्यादा कनेक्ट कर सके। रीमेक से अलग, रीबूट में सिर्फ पुरानी फिल्म की प्रेरणा ली जाती है, लेकिन कहानी और प्रस्तुति को बिल्कुल ताजा बनाया जाता है। इसका मकसद पुराने कांसेप्ट को आधुनिक अंदाज में दर्शकों के सामने लाना है।
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बॉलीवुड में ‘अग्निपथ’ (2012) एक रीबूट है। यह 1990 में बनी अमिताभ बच्चन की फिल्म ‘अग्निपथ’ से प्रेरित थी, लेकिन इसमें कहानी और किरदार को नया रूप दिया गया। ऋतिक रोशन और संजय दत्त ने इसे अपनी शैली में पेश किया।
इसी तरह से राज 4 (Raaz Reboot, 2016), जिसमें इमरान हाशमी ने नए कथानक के साथ भूमिका निभाई। हॉलीवुड फिल्म ‘The Amazing Spider-Man’ (2012), स्पाइडर-मैन फ्रैंचाइजी की रीबूट है।
सफलता की नई ब्रांच खोलना है फ्रैंचाइजी (Franchise)
फ्रैंचाइजी में एक ही ब्रांड के तहत कई फिल्में बनाई जाती हैं। इनमें सीक्वल, प्रीक्वल, स्पिनऑफ और रीबूट भी शामिल हो सकते हैं।
जैसे होटल या रेस्तरां बिजनेस में जब कोई नाम बिकने लगता है, तो उसकी कई फ्रैंचाइजी खोल दी जाती हैं। इसी तरह फिल्मों में भी होता है। गोलमाल सीरीज (Golmaal franchise) और कृष (Krrish) फ्रैंचाइजी के उदाहरण हैं। जेम्स बॉन्ड (James Bond) को तो आप पहचानते ही होंगे। यह भी फ्रैंचाइजी है।
खास बात यह है कि फ्रैंचाइजी में ब्रांड इस्तेमाल होता है। नाम, जगहें एक होती हैं, मूल किरदार वही होते हैं, लेकिन चूंकि ये लंबा चलती हैं, तो किरदार बदलने पड़ते हैं। अपने बॉन्ड को ही देख लीजिए।
जब सारे हीरो मिल जाते हैं एक जगह, होता है क्रॉसओवर (Crossover)
फिल्मों में क्रॉसओवर का मतलब है कि दो या उससे ज्यादा फिल्मों के किरदारों को एक नई कहानी में साथ लाना। यह तब होता है जब अलग-अलग फिल्मों के मशहूर किरदार एक ही फिल्म में मिलते हैं और एक साथ काम करते हैं। इससे न केवल दोनों फिल्मों के फैंस को रोमांच मिलता है, बल्कि कहानी भी ज्यादा दिलचस्प हो जाती है।
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रोहित शेट्टी की ‘सूर्यवंशी’ में उनकी पहले की फिल्मों के किरदार – सिंघम (अजय देवगन) और सिम्बा (रणवीर सिंह) को साथ लाया गया। इन तीनों ने एक ही फिल्म में विलेन का सामना किया।
मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स (MCU) की फिल्म ‘एवेंजर्स’ में अलग-अलग सुपरहीरो – आयरन मैन, कैप्टन अमेरिका, थॉर, और हल्क को एक साथ दिखाया गया। यह सभी किरदार अपनी-अपनी फिल्मों से आए थे।
क्रॉसओवर खास है, क्योंकि यह दर्शकों को फंतासी दुनिया में ले जाता है। कई कहानियां जुड़ती हैं और किरदार ज्यादा बड़े हो जाते हैं।
यूनिवर्स (Movie Universe) में आकर मिल जाती है फिल्मी दुनिया
मूवी यूनिवर्स का मतलब है एक ऐसी सिनेमाई दुनिया, जिसे कई फिल्मों के जरिए बनाया जाता है। इन फिल्मों में अलग-अलग कहानियां होती हैं, लेकिन वे सभी किसी एक ही बड़े प्लॉट, थीम, या किरदारों से जुड़ी होती हैं।
इन फिल्मों के बीच एक कॉमन कड़ी होती है, जैसे एक कहानी, मुख्य किरदार, या कोई साझा घटना। दर्शकों को ऐसा महसूस होता है कि ये सभी फिल्में एक ही बड़ी दुनिया का हिस्सा हैं।
रोहित शेट्टी ने इसी तरह से कॉप यूनिवर्स गढ़ा है। इसमें पुलिस ऑफिसर्स की अलग-अलग कहानियां दिखाई गई हैं, लेकिन वे सब एक-दूसरे से जुड़े हैं। ‘सिंघम’ (अजय देवगन), ‘सिम्बा’ (रणवीर सिंह) और ‘सूर्यवंशी’ (अक्षय कुमार) अलग-अलग फिल्मों से आए हैं और एक जगह आकर धमाल मचाते हैं। हॉलीवुड में मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स (MCU) है।