

भारत और पाकिस्तान की क्रिकेट टीमें जब भी आमने-सामने होती हैं, तो यह सिर्फ एक खेल नहीं बल्कि जुनून, जज्बात और रोमांच का संगम बन जाता है। दोनों देशों के बीच क्रिकेट मुकाबले न केवल प्रशंसकों के लिए यादगार होते हैं, बल्कि इतिहास के पन्नों में भी दर्ज हो जाते हैं। चैंपियंस ट्रॉफी (Champions Trophy 2025) में ये दोनों टीमें दुबई के मैदान पर भिड़ने वाली हैं। ऐसे में कुछ ऐतिहासिक India vs Pakistan मुकाबलों पर नजर डालते हैं।
1985 : जब पाकिस्तान को शारजाह में मिली करारी हार
मार्च 1985 में शारजाह में खेले गए Rothmans Cup के पहले मुकाबले में पाकिस्तान को भारत के हाथों बड़ी हार का सामना करना पड़ा। इमरान खान ने 14 रन देकर 6 विकेट चटकाए और भारत को महज 125 रन पर समेट दिया। लेकिन पाकिस्तान की बल्लेबाजी पूरी तरह बिखर गई और पूरी टीम सिर्फ 87 रन पर ढेर हो गई। भारत ने यह मुकाबला 32.5 ओवरों में जीत लिया।
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1986 : जावेद मियांदाद का ऐतिहासिक छक्का
18 अप्रैल 1986 को शारजाह में खेले गए Austral-Asia Cup के फाइनल में भारत और पाकिस्तान आमने-सामने थे। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 245 रन बनाए। कृष श्रीकांत ने 117 और Sunil Gavaskar ने 75 रन की शानदार पारी खेली।
एक समय पाकिस्तान का स्कोर 110/4 था और टीम मुश्किल में थी। लेकिन यहां से जावेद मियांदाद (Javed Miandad) ने एक यादगार पारी खेली। आखिरी गेंद पर पाकिस्तान को 4 रन की जरूरत थी, और चेतन शर्मा की गेंद पर मियांदाद ने जोरदार छक्का लगाकर पाकिस्तान को ऐतिहासिक जीत दिलाई। यह छक्का क्रिकेट इतिहास के सबसे यादगार पलों में से एक बन गया।
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1996 और 1999 वर्ल्ड कप : भारत का दबदबा जारी
1996 Cricket World Cup के quarter-final में भारत और पाकिस्तान आमने-सामने थे। वेंकटेश प्रसाद (Venkatesh Prasad) ने इसमें आमिर सोहेल (Aamer Sohail) को पैवेलियन का रास्ता दिखाकर टीम इंडिया (Team India) को जीत की राह पर डाला था।
आउट होने के पहले सोहेल ने वेंकटेश को बाउंड्री मारी थी और हाथों का इशारा करके कहा था कि जाकर गेंद ले आओ। अगली ही गेंद ने सोहेल के स्टंप्स उखाड़ दिए और पूरा स्टेडियम शोर में डूब गया। इस बार इशारा वेंकटेश ने किया और यह घटना भारत-पाकिस्तान क्रिकेट इतिहास (India-Pakistan cricket history) में दर्ज हो गई।
तीन साल बाद, 1999 World Cup में Super Six मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को एक बार फिर हराया।
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1998 : ढाका की जंग
बांग्लादेश के ढाका में इंडिपेंडेंस कप के फाइनल में भारत-पाकिस्तान की टीमें आमने-सामने थीं। दोनों टीमों ने एक-एक फाइनल जीत लिया था, इसलिए तीसरा मुकाबला निर्णायक बन गया। सईद अनवर (140) और एजाज अहमद (117) की 230 रन की साझेदारी की बदौलत पाकिस्तान ने 314 रन बनाए।
ऐसा लगने लगा कि भारत के लिए मैच बचाना मुश्किल होगा। लेकिन सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने 124 रनों की शानदार पारी खेली। रॉबिन सिंह (82) और गांगुली के बीच 179 रनों की साझेदारी ने भारत को जीत की ओर पहुंचा दिया। आखिरी ओवर में भारत को 8 रन चाहिए थे।
यह फाइनल इसलिए भी एपिक बन गया, क्योंकि मैदान पर रोशनी तेजी से कम हो रही थी। टीम इंडिया (Team India) के लिए क्रीज पर जवागल श्रीनाथ और ऋषिकेश कानितकर थे। कानितकर ने आखिरी ओवर में, सकलैन मुश्ताक की पांचवीं गेंद पर चौका मारकर टीम को ऐतिहासिक जीत दिला दी (India beat Pakistan in final)।
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2003 : शोएब को सबक
बड़बोले शोएब अख्तर (Shoaib Akhtar) को 2003 के मार्च की पहली तारीख कभी नहीं भूलेगी। दक्षिण अफ्रीका में ICC World Cup खेला जा रहा था। भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबला था। पाकिस्तान ने सईद अनवर की सेंचुरी की मदद से 273 रनों का अच्छा स्कोर खड़ा किया था।
जवाब में जब टीम इंडिया (Team India) खेलने उतरी, तो लगा कि टी-20 चल रहा है। सचिन और सहवाग की जोड़ी ने 5.4 ओवर में 53 रन जोड़ दिए। सहवाग 14 गेंदों पर 21 रन बनाकर आउट हुए। लेकिन पारी की यादगार शॉट रहा सचिन का, जब उन्होंने शोएब को छक्का मारा।
शोएब की लय जो बिगड़ी तो फिर वापस नहीं आई। सचिन सेंचुरी से केवल दो रनों से चूक गए, लेकिन उन्होंने एक आसान जीत की नींव रख दी थी। भारत ने 46वें ओवर में ही जीत हासिल कर ली। शोएब ने 10 ओवर में 72 रन दिए और केवल एक विकेट मिला।
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2007 टी-20 विश्व कप : मिस्बाह का स्कूप
ICC T20 World Cup 2007 के फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को 158 रन का लक्ष्य दिया। पाकिस्तान की टीम 104/7 पर संघर्ष कर रही थी। उसकी उम्मीदें लगभग खत्म हो चुकी थीं। लेकिन यहां से मिस्बाह-उल-हक ने शानदार वापसी कराई। उन्होंने चार छक्कों की मदद से 43 रन बनाए और पाकिस्तान को जीत के करीब ले आए।
आखिरी ओवर में 4 गेंदों पर केवल 6 रन चाहिए थे। लेकिन तभी मिस्बाह ने अपने क्रिकेट जीवन का सबसे गलत शॉट खेला। उन्होंने शॉर्ट फाइन लेग के ऊपर स्कूप शॉट मारने की कोशिश की। गेंद हवा में गई, और फील्डर ने आसान सा कैच पकड़ लिया। पाकिस्तान 5 रन से फाइनल हार गया।
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2022 और 2024 : विराट, बुमराह का जादू
2022 में ऑस्ट्रेलिया में टी-20 विश्व कप हुआ। मेलबर्न में करीब एक लाख दर्शकों के सामने भारत-पाकिस्तान की क्रिकेट टीमें भिड़ीं। पाकिस्तान ने पहले खेलते हुए 159 रन बनाए।
जवाब में टीम इंडिया शुरुआत से लड़खड़ा गई। 6.1 ओवर के बाद टीम का स्कोर था चार विकेट के नुकसान पर केवल 31 रन। यहां से विराट कोहली (Virat Kohli) और हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya) ने पारी को संभालना शुरू किया। आखिरी में तमाम ड्रामे के बीच टीम इंडिया जीती। विराट ने 53 गेंदों पर 82 रन बनाए।
इसके दो साल बाद न्यूयॉर्क में फिर टी-20 विश्व कप के मुकाबले में दोनों टीमें खेल रही थीं। इस बार भारतीय टीम केवल 113 रन बना सकी। लेकिन जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) की गेंदबाजी ने पाकिस्तान को यह भी नहीं बनाने दिया।
अब एक बार फिर India vs Pakistan का मुकाबला 23 फरवरी 2025 को दुबई में होगा। पाकिस्तान डिफेंडिंग चैंपियन के रूप में खेलेगा, जबकि भारत ने हाल ही में शानदार प्रदर्शन किया है। क्या यह मुकाबला भी पिछले मैचों की तरह रोमांचक होगा? उम्मीद तो यही है।